
सीडीएस अधिकारी रक्षा मंत्री का प्रमुख स्टाफ अधिकारी और मुख्य सैन्य सलाहकार होता है। वह सैन्य विभाग के प्रमुख भी होते हैं। बिपिन रावत भारत के पहले सीडीएस अधिकारी थे। सीडीएस भारत की सेना(Army),वायु सेना(Air Force) और नेवी(Indian Navy) ऐसे तीनों दलों के प्रमुख होते है और इनके सलाहगार भी होते है।

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) भारतीय सशस्त्र बलों की स्टाफ कमेटी के प्रमुखों का सैन्य प्रमुख होता है। यह भारतीय सेना में सर्वोच्च रैंक(पद) वाला अधिकारी है। यह रक्षा मंत्री के प्रधान कर्मचारी अधिकारी और मुख्य सैन्य सलाहकार भी हैं।
सीडीएस बनने के लिए, UPSC द्वारा आयोजित भर्ती परीक्षा में शामिल होना पड़ता है। उम्मीदवारों का चुनाव लिखित परीक्षा के बाद मुलाक़ात के आधार पर किया जाता है।
बिपिन रावत भारत के पहले सीडीएस अधिकारी थे। उन्होंने 1 जनवरी, 2020 को cds का पदभार ग्रहण किया।
उनकी एमआई-17वी5 हेलिकॉप्टर दुर्घटना में 8 दिसंबर को पत्नी मधुलिका और 11 सेना और आईएएफ कर्मियों के साथ, जिसमें विमान चालक दल भी शामिल था, हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई, जबकि वे तमिलनाडु के सुलूर से वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (डीएसएससी) के रास्ते में थे, जहां वह लैक्चर देने वाले थे।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का कार्य है कि वह सेना के तीनों अंगों के बीच दीर्घकालिक नियोजन, ट्रेनिंग, खरीद और परिवहन के कार्यों के लिए समन्वयक (Coordinator) का कार्य करे। इस पद को पाने के लिया बोहोत सारा अनुभव भी होना चाहिए।
वे Nuclear Command के सलाहगार भी होते है। भारत मे यह पद 15 अगस्त 2019 को पंतप्रधान श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा अपनी सेना को और मजबूत करने के लिए बनाया गया था। 24 दिसम्बर 2019 को cabinet committe ने इस पद को औपचारिक रूप से घोषित किया था। 1 जनवरी, 2020 को बिपिन रावत ने इसका पदभार ग्रहा किया था।